साहित्यरत्न अन्नाभाऊ साठे के स्मृति दिवस के अवसर पर, राज्य के खेल और युवा कल्याण, बंदरगाह मंत्री संजय बनसोडे ने आज शहर में साहित्यरत्न अन्नाभाऊ साठे की प्रतिकृति प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।इस समय मंत्री बनसोडे, साहित्य रत्न अन्नाभाऊ साठे को दलित साहित्य के संस्थापक के रूप में श्रेय दिया जाता है।उन्होंने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अन्नाभाऊ साठे का साहित्य परिवर्तन की दिशा और प्रेरणा बन गया है।उन्होंने कहा कि उनके साहित्य ने महाराष्ट्र के समग्र निर्माण और परिवर्तन में योगदान दिया है, जिन्होंने अपने लेखन के माध्यम से वंचितों के दर्द को व्यक्त किया है।
इस समय पुर्व नगराध्यक्ष राजेश्वर निटुरे, तहसीलदार राम बोरगावकर, गटविकास अधिकारी प्रवीण सुरडकर, शहराध्यक्ष सय्यद जानीमियाँ, बन्सीलाल कांबले, जवाहरलाल कांबले, प्रा.बिभीषण मद्देवाड, प्रा.शिवाजीराव देवनाले, प्रा.पंडित सुर्यवंशी, प्रल्हाद येवरीकर, राम कांबले, कुणाल बागबंदे, राजकुमार चव्हाण, अजित कांबले, रविंद्र बेंद्रे, रणदिवे, पप्पु गायकवाड, रामेश्वर शिंदे, रऊफ थोडगे, जितेंद्र शिंदे, बड़ी संख्या में समाज के सदस्य उपस्थित थे।

Author: raftarhindustanki



